समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,27अगस्त। देश की राजनीति में यह सवाल बार-बार उभर कर सामने आता है: धर्म का दबदबा रहेगा या जाति का? यह बहस न केवल राजनीतिक मंचों पर होती है, बल्कि समाज के विभिन्न हिस्सों में भी गहराई से छाई रहती है। राजनीति में वैसे भी ऐसे मुद्दे कम ही होते हैं जो समय-समय पर बार-बार चर्चा में आते रहते हैं।