समग्र समाचार सेवा
चंडीगढ़, 27सितंबर। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुये आज इसमें 15 नये मंत्री शामिल किये। यहां राजभवन में आयोजित शपथग्रहण समारोह में राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित 15 नये मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ ग्रहण कराई। शपथ ग्रहण करने वाले सभी 15 मंत्री कैबिनेट स्तर के हैं।
कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ लेने वाले मनप्रीत सिंह बादल, ब्रह्म मोहिंदरा, अरूणा चौधरी, तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा, सुखविंदर सिंह सरकारिया, रजिया सुल्ताना, विजेंद्र सिंह सिंगला, भरत भूषण आशु पिछली कैप्टन सरकार में भी कैबिनेट मंत्री थे। इनमे अलावा सात नए चेहरों में राणा गुरजीत सिंह, रणदीप सिंह नाभा, राज कुमार वेरका, संगत सिंह गिल्जियां, परगट सिंह, अमरिंदर सिंह राजा बडिंग और गुरकीरत सिंह कोटली ने कैबिनेट मंत्री के रूप में ग्रहण की। इन नए मंत्रियों के शामिल होने से मंत्रिमंडल की संख्या 18 हो गई है। इससे पूर्व गत 20 सितम्बर(सोमवार) को चन्नी ने मुख्यमंत्री और सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओम प्रकाश सोनी ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
छह विधायकों के विरोध के बीच आखिरकार राणा गुरजीत सिंह ने मंत्री पद की शपथ ली। दोपहर में दोआबा के छह विधायकों ने नवजोत सिंह सिद्धू को संयुक्त पत्र लिख कर राणा गुरजीत सिंह को मंत्री नहीं बनाने की मांग की। उनकी जगह पर अनुसूचित जाति के चेहरों को कैबिनेट में शामिल करने की अपील की गई थी। हालांकि कांग्रेस हाईकमान ने विधायकों की मांग को दरकिनार करते हुए राणा गुरजीत सिंह मंत्री पद की शपथ दिला दी।
कैप्टन के करीब 5 मंत्रियों की छुट्टी
नए मंत्रिमंडल में कैप्टन अमरिंदर के करीबी रहे पांच मंत्रियों की छुट्टी हो गई है। इनमें साधु सिंह धर्मसोत, बलवीर सिद्धू, राणा गुरमीत सोढ़ी, गुरप्रीत कांगड़ और सुंदर शाम अरोड़ा हैं। धर्मसोत पर जहां पोस्टमैट्रिक छात्रवृत्ति में कथित तौर पर घोटाले के आरोप हैं वहीं सोढी, सिद्धू और अरोड़ा कैप्टन के खासमखास हैं। कांगड़ अपने दामाद को सरकारी नौकरी दिलाने के कारण निशाने पर रहे हैं।