विश्व शांति यज्ञ: बीते हुए साल को कला गुरुकुल ने कुछ इस तरह से दी विदाई
भारतीय संस्कारों को कला के माध्यम से युवाओं में डालना, मंदिरों को फिर से कला संस्कृति व शक्ति का केंद्र बनाना, हिंदी भाषा का परचम फिर से लहराना, आर्थिक रूप से अशक्त जन को कला के माध्यम से समृद्ध करना...इस मुहीम का बीड़ा उठाया है एक सामाजिक…
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