गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने राहुल गांधी पर लगाया आरोप, बोले- न राम के हुए न राष्ट्र के

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समग्र समाचार सेवा
भोपाल, 24मई। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तो न राम के हुए, न राष्ट्र के। महान भारत को बदनाम भारत करने पर आमादा है उनकी पार्टी।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन में दिए बयान पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलवाटर किया है। उन्होंने नियमित प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि राहुल गांधी ने पहले राम मंदिर पर सवाल उठाए थे। अब भारत मां पर सवाल उठा रहे हैं। वे न राम के हैं और न राष्ट्र के
राहुल गांधी ने हाल ही में लंदन के कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में आइडियाज फार इंडिया कार्यक्रम में कहा था कि भाजपा ने पूरे देश में केरोसीन छिड़क दिया है। एक चिंगारी से आग भड़क सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी की नहीं सुनते हैं। लोगों की आवाज को दबाया जा रहा है। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी के नेता आक्रामक हैं। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कहा कि भले ही राहुल गांधी खुद को हिंदू और ब्राह्मण कहे, वास्तविकता यह है कि वे न तो राम के हैं और न ही राष्ट्र के। भारत को बदनाम करने का कोई भी अवसर उनकी पार्टी कभी नहीं छोड़ती। महान भारत को बदनाम भारत करने की चेष्ठा है। राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को देश समझ गया है।

गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर भी पलटवार किया। कमलनाथ ने राज्य सरकार से पेट्रोल-डीजल के दाम करने की अपील की थी। इस पर मिश्रा ने कहा कि पेट्रोल के दाम हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किए हैं। क्या किसी कांग्रेसी ने कम किए हैं? वह लोग पहले कहते थे कि जब चुनाव आते हैं, तब दाम कम करते हैं। अभी तो दूर-दूर तक चुनाव नहीं है। अब यह समझना है कि भाजपा देश के लिए काम करती है। चुनाव के लिए काम नहीं करती। कमलनाथ जी ने घोषणा पत्र में लिखित में कहा था कि सरकार बनी तो पेट्रोल-डीजल सस्ता करेंगे। फिर सरकार बनी तो पेट्रोल महंगा कर दिया। कांग्रेस का यह विषय उठाने का हक ही समाप्त हो जाता है।

ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े मामले में डॉ. मिश्रा ने कहा कि न्यायालय जो करेगा और कहेगा, हम वह मानेंगे। सोचना तो यह चाहिए कि अमरनाथ यात्रा 80 हजार सुरक्षाकर्मियों के साये में होती है। हमारे धार्मिक त्योहारों पर ही शांति समिति की बैठकें करनी पड़ती हैं। आप देखो कि यहां मस्जिद का नाम ही ज्ञानवापी है। ज्ञान कोई उर्दू शब्द है क्या? आप ध्यान से सोचो तो सही।

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