मणिपुर अपडेट- राज्यपाल अनुसुईया उइके

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 01मई। माननीय अनुसुईया उइके राज्यपाल मणिपुर द्वारा प्रदेश के सीमावर्ती नगर मोरेह जो कि भारत म्यांमार सीमा पर स्थित है, का दो दिवसीय प्रवास दिनॉंक 25 एवं 26 अप्रैल 2023 को किया गया। उल्लेखित है कि यह नगर भारत का अंतिम नगर है इसके उपरांत म्यांमार है। दोनों देशों की सीमा पर फ्रेन्डशिप रोड एवं ब्रिज का अवलोकन किया।

सीमावर्ती नगरों के भ्रमण के निर्देश माननीय नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री भारत सरकार द्वारा विगत प्रवास में दिये गये थे। उनकी मंशा थी की सीमावर्ती प्रदेशों के राज्यपाल सीमावर्ती ग्रामों, नगरों में जाएं और वहॉं के लोगों की समस्याओं को समझें, उनको भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं यह देखें और प्रयास करें कि उन्हें राज्य और केन्द्र की योजनाओं का लाभ मिले।

राज्यपाल द्वारा मोरेह में प्रेसीडेन्ट हिल ट्राईबल काउन्सिल, मीतेई काउन्सिल, तमिल संगम, मणिपुर मुस्लिम काउन्सिल, गोरखा सामाज सेवा समिति, कूकी चीफ एसोसियेशन टेंगनोपाल सभी जिला एवं अनुमंडल स्तर के अधिकारी, नागरिक समाज संगठनों के नेता आदि से बैठक कर उनकी समस्याओं के बारे में जानने का प्रयास किया। प्रतिनिधि मंडलों द्वारा अपनी अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए ज्ञापन दिये और निराकरण का अनुरोध किया गया। साथ ही संध्या के समय सीमा पर स्थित तमिलों के प्रसिद्ध मंदिर में भी भगवान के दर्शन किये।

दूसरे दिन दिनॉंक 26 अप्रैल 2023 को प्रवास में राज्यपाल अनुसुईया उइके द्वारा 5 असम राईफल द्वारा संचालित हैलीपेड और निरीक्षण कुटीर में बैठकर सीमा का अवलोकन किया। सेना के अधिकारियों ने डिजीटली सीमा दिखाई और वहॉं की गतिविधियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि वे किस प्रकार से म्यामांर सीमा की चौकसी करते हैं, उन्हें किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनके द्वारा सीमा पर लगाई जा रही बाड़ के बारे में भी जानकारी दी।

इसके उपरांत आज ही असम राईफल की चेकपोष्ट का भी भ्रमण किया, पोस्ट से भारत म्यांमार की सीमा को देखा, बाड़ लगाने की प्रगति को भी देखा। साथ ही इस चौकी/चेकपोस्ट पर असम राईफल के जवानों जिसमें 10 महिला जवान भी शामिल थीं, द्वारा सलामी दी गई। जवानों से चर्चा की गई और उनकी समस्याओं को भी सुना उनके द्वारा टेलीफोन, सडक कनेक्टीविटी ठीक करने का अनुरोध किया।

चेकपोस्ट के निरीक्षण करने के उपरांत वहॉं पर बाड़ लगाने का कार्य कर रहे मजदूरों से भी चर्चा की, उन्हें उपहार भी दिया। उनसे चर्चा में बताया कि वे विभिन्न प्रदेशों से यहॉं आकर कार्यकर रहे हैं। राज्यपाल ने उनका उत्साहवर्धन किया। इसी स्थल पर जब राज्यपाल ने एक स्कूली बच्ची को देखा तो वे अपने आप को रोक नहीं पाई और उसे बुलाकर उससे बात की, उसका नाम पूछा, उसकी कक्षा पूछकर शिक्षा कैसी चल रही है इस बारे में भी जाना। राज्यपाल को उस समय आश्चर्य हुआ जबकि स्कूली बालिका हिन्दी में राज्यपाल के प्रश्नों का उत्तर भलीभांति समय पर दिया। उत्तर सुनकर राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की।

इस प्रवास स्थानीय मंत्री लेटपाओ हाउकिप, कलेक्टर, कमिश्नर, राजभवन के सचिव बाबी बायखाम, संयुक्त सचिव प्रेमकुमार एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मणिपुर की राज्यपाल उइके ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के अरनपुर में हुए नक्सली हमले में शहीदों को किया नमन
मणिपुर की राज्यपाल और छत्तीसगढ़ की पूर्व राज्यपाल अनुसुईया उइके ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा के अरनपुर में हुए नक्सली हमले में शहीद 10 जवानों और एक चालक की शहादत को नमन किया। अपने शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि ईश्वर शहीद जवानों की आत्मा को शांति दे और शोक संतप्त परिजनों को इस दुःख को सहने की शक्ति प्रदान करे।

राज्यपाल मणिपुर उइके ने जी-20 के अंतर्गत सी-20 मणिपुर सिम्पोजियम आन एजुकेशन एण्ड डिजीटल ट्रान्सफार्मेशन को किया शुभारंभ ,कार्यक्रम को किया संबोधित
माननीय अनुसुईया उइके राज्यपाल मणिपुर जी-20 के अंतर्गत सी-20 अर्थात सिविल 20 में मणिपुर सिम्पोजियम आन एजुकेशन एण्ड डिजीटल ट्रान्सफार्मेशन के शुभारंभ किया और कार्यक्रम को संबोधित किया।

कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य गणमान्य व्यक्तिगण लेटपाओ हाउकिप, मंत्री, मणिपुर सरकार, ट्राईबल अफेयर एण्ड हिल्स, प्रो.एन.लोकेन्द्र सिंह, वाईस चांसलर, मणीपुर युनिवर्सिटी, विजय के नाम्बियार, प्रिन्सपल कोआर्डिनेटर, सी 20, प्रो. प्रेमा नेदुन्गगदी, अमरीता विद्यापीठ, स्वामी अमृता स्वरूपनंदा पुरी, स्वामी देव प्रियानन्द एवं करीब 400 की संख्या में प्रोफेसर, रिसर्च स्कालर, छात्र-छात्राएं, एवं अन्य व्यक्ति उपस्थित थे।

माननीय राज्यपाल ने अपने उदबोधन में कहा कि मान. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन से अमृतकाल में देश ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई ऐसी उपलब्धियां हासिल की हैं, जो हम सभी को गौरवान्वित करती हैं। इसके अंतर्गत एक वर्ष में जी20, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और शंघाई सहयोग संगठन जैसे संगठनों की अध्यक्षता मिलना, वैश्विक स्तर पर मजबूत होते नए भारत को दर्शाता है।

जी20 की अध्यक्षता हमारे लिए देश की सामर्थ्य, संस्कृति और शक्ति से विश्व को परिचित कराने का सुनहरा अवसर है। आज दुनिया की हर बड़ी चुनौतियों के समाधान हेतु विश्व भारत की ओर देख रहा है। यह ऐसे देशों का समूह है जो विश्व की 85ः जीडीपी का प्रतिनिधित्व करता है।

राज्यपाल ने माता अमृतानंदमयी जी के कार्या का उल्लेख करते हुए उनका अभिनन्दन करते हुए कहा कि संभवतः यह पहली बार है जब किसी आध्यात्मिक गुरू को सी20 जैसे बड़े कार्यक्रम का प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया गया है। माता अमृता नंदमयी जी सेवा, अध्यात्म व आरोग्यता पर एक साथ काम कर रही हैं और फिर भारत में तो आरोग्य और आध्यात्म, दोनों एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।

आगे कहा कि विगत 9 वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हर क्षेत्र में विशेषकर नार्थ ईस्ट में इतने कार्य हुए हैं जो आज़ादी के बाद कभी नहीं हुए। चाहे कनेक्टिविटी से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के हों, रेल नेटवर्क हो, स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्य हों या फिर शिक्षा व डिजिटल के क्षेत्र में हुई क्रांति हो।

महिला सशक्तिकरण नए भारत की पहचान बन चुका है। महिलाओं को और अधिक सशक्त बनाने पर निरंतर कार्य चल रहा है। मणिपुर प्रदेश में सबसे अधिक महिला सशक्तिकरण हुआ है। । उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महिलाओं में वे विशेष रूप से आदिवासी महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर दे रहे हैं।

भारत के डिजिटल इंडिया के सामर्थ्य की गूँज विश्व में है। शिक्षा, स्वास्थ्य बैंकिंग व अन्य क्षेत्रों में हुए डिजिटल ट्रांसफार्मेशन की वजह से हर क्षेत्र में लोगों को सहूलियत मिली है। कोरोना में डिजिटल ट्रांसफार्मेशन ने शिक्षा व बैंकिंग जैसी सभी चीजों को किस प्रकार चालू रखा, यह सभी ने देखा है। आनलाइन शिक्षण कक्षाएं विद्यार्थियों व शिक्षकों को काफी मददगार साबित हुई हैं।

आज भारतवर्ष अपनी संस्कृति और ज्ञान की विरासत को दुनिया में पहुॅंचा रहा है। देश के धार्मिक स्थलों सोमनाथ, काशी विश्वनाथ व केदारनाथ धाम जैसे स्थलों को दिव्य व भव्य रूप देने के साथ दूसरे देश में बने अपने आस्था के केद्रों तक पहुंच आसान कर रहा है। पाकिस्तान में स्थित करतारपुर साहिब उदाहरण है, पहले संगत दूरबीन से दर्शन करती थी लेकिन आज बहुत आसानी से गुरुघर में जाकर अरदास लगा रही है। करतारपुर कारिडोर प्रधानमंत्री जी का सिख धर्म के प्रति श्रद्धा को दर्शाता है।

अयोध्या में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभुश्रीराम के भव्य और दिव्य मंदिर के लिए विश्व में आस्था की गंगा बह रही है। प्रधानमंत्री के प्रयासों से देश से चोरी हुईं मूर्तियां विदेशों से वापिस लाई जा रही हैं। देशवासियों की आस्था का जो सम्मान विगत नौ वर्ष से हो रहा है वह पहले कभी नहीं हुआ।

विगत 9 साल में जितनी कैशलेश वर्किंग में क्रान्ति आई है, कास्ट आफ़ लर्निंग इंडेक्स बढ़ा है, हमारा नालेज पोटेंशियल बढ़ा है, उसे देखकर मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकती हूँ कि भारत विश्वगुरु बनने के रास्ते पर अग्रसर है।

नई शिक्षा नीति सही मायने में नए भारत की आवश्यकताओं के अनुरूप है। आज युवा नए युग का साक्षी, कौशल से पूर्ण होकर आगे बढ़ रहा है। नई शिक्षा नीति के माध्यम से नया भारत 21वीं सदी के अपने नागरिकों को तैयार कर रहा है।

राज्यपाल ने लोगों से अनुरोध कि आप इस अवसर का लाभ उठाएं और अपने योगदान के माध्यम से कुछ ऐसा करें कि न केवल दुनिया भारत की इस अध्यक्षता के कार्यकाल को याद रखे बल्कि आप सभी के योगदानों की भी चर्चा इतिहास में हो।

राजभवन मणिपुर में अनुसुईया उइके से हाओबा ईश्वरीदेवी संपर्क प्रमुख राष्ट्रसेवा समिति, इंफाल मणिपुर ने अपनी अन्य सहयोगियों के साथ की भेंट
राजभवन मणिपुर में माननीय अनुसुईया उइके राज्यपाल से हाओबा ईश्वरीदेवी संपर्क प्रमुख राष्ट्रसेवा समिति, इंफाल मणिपुर ने अपनी अन्य सहयोगियों के साथ भेंट की। उन्होंने राज्यपाल महोदया को अपनी संस्था की गतिविधियों से अवगत कराया और भविष्य में आयोजित होने वाले राष्ट्र सेविका समिति के कार्यक्रम के लिये आमंत्रित किया।

राजभवन मणिपुर में अनुसुईया उइके से वाईस चान्सलर मणिपुर यूनिवर्सिटी एवं रजिस्ट्रार ने की मुलाकात
राजभवन मणिपुर में माननीय अनुसुईया उइके राज्यपाल से प्रोफेसर एन लोकेन्द्र सिंह, वाईस चान्सलर मणिपुर यूनिवर्सिटी एवं रजिस्ट्रार ने मुलाकात कर दिनॉंक 3 मई 2023 को माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के छात्रों एवं फैकल्टी मेम्बर के साथ इंट्रेक्शन प्रोग्राम के लिये आमंत्रित किया।

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